गुरुवार, 28 मई, 2020
इंटरनल स्टडी और इंडस्ट्री रिसर्च से यह पता चला है कि उपयोगकर्ता उन साइटों पर जाना ज़्यादा पसंद करते हैं जिनके पेज की परफ़ॉर्मेंस बहुत अच्छी होती है. हाल ही के कुछ सालों में, Search ने उपयोगकर्ता अनुभव से जुड़ी कई नई शर्तें जोड़ी हैं. उदाहरण के लिए, पेज कितनी तेज़ी से लोड होते हैं और पेज मोबाइल-फ़्रेंडली हैं या नहीं. इन चीज़ों के हिसाब से ही खोज के नतीजों में साइट की रैंकिंग तय होती है. इस महीने की शुरुआत में, Chrome की टीम ने वेबसाइट की परफ़ॉर्मेंस की जानकारी दी थी. इस जानकारी में, पेज के लोड होने, उसके जवाब देने, और पेज कितने अच्छे तरीके से उपयोगकर्ताओं को दिखते हैं (विज़ुअल स्टेबिलिटी) जैसी मेट्रिक शामिल हैं. इनकी मदद से, साइटों के मालिक वेब पर उपयोगकर्ता अनुभव का आकलन कर पाते हैं.
आज हम इसी दिशा में काम कर रहे हैं और आपको Search की रैंकिंग में जल्द ही होने वाले बदलाव की झलक, पहले ही दिखा रहे हैं. इसमें, पेज की परफ़ॉर्मेंस के बारे में बताने वाली ये मेट्रिक भी शामिल हैं. हम एक नए सिग्नल की शुरुआत करने जा रहे हैं, जिसमें 'वेबसाइट की परफ़ॉर्मेंस की जानकारी' को पेज की परफ़ॉर्मेंस के बारे में बताने वाले हमारे मौजूदा सिग्नल के साथ इस्तेमाल किया जाएगा. ऐसा करने से, किसी वेब पेज पर उपयोगकर्ता अनुभव की क्वालिटी की पूरी जानकारी मिल सकेगी.
इस अपडेट के तहत, हम मोबाइल फ़ोन पर Search में टॉप स्टोरी की सुविधा के लिए, रैंकिंग की शर्तों में पेज की परफ़ॉर्मेंस के बारे में बताने वाली मेट्रिक भी शामिल करेंगे. साथ ही, हम टॉप स्टोरी में दिखने के लिए पेज के एएमपी होने की ज़रूरी शर्त भी हटा देंगे. Google, अब भी एएमपी के साथ काम करता है और एएमपी पेजों के मौजूद होने पर उन्हें एएमपी से लिंक करना जारी रखेगा. हमने अपने डेवलपर टूल को भी अपडेट किया है, ताकि साइटों के/की मालिकों को उनके पेज की परफ़ॉर्मेंस बेहतर बनाने में मदद मिल सके.
रैंकिंग की प्रोसेस में हुए बदलाव कब लागू होंगे: हम जानते हैं कि कई साइटों के मालिक, COVID-19 की वजह से बदले हुए हालात के साथ अडजस्ट करने पर ध्यान दे रहे हैं. इस पोस्ट में, रैंकिंग की प्रोसेस में हुए जिन बदलावों के बारे में बताया गया है उनका अगले साल से पहले लागू होना मुमकिन नहीं है. ऐसे किसी भी बदलाव के रोल आउट होने से कम से कम छह महीने पहले, हम आपको इसकी सूचना देंगे. अभी हम आपको वे टूल उपलब्ध कराएंगे जिनसे यह प्रोसेस शुरू की जा सके. इसकी एक वजह, साइटों के/की मालिकों के वे अनुरोध भी हैं जिनमें उन्होंने जल्द से जल्द रैंकिंग से जुड़े बदलावों के बारे में जानकारी मांगी है. हालांकि, इस बारे में फ़िलहाल कोई कार्रवाई करने की ज़रूरत नहीं है.
पेज की परफ़ॉर्मेंस के बारे में जानकारी
पेज की परफ़ॉर्मेंस एक ऐसा सिग्नल है जिससे यह पता चलता है कि उपयोगकर्ता किसी वेब पेज से कितनी आसानी से इंटरैक्ट कर पाते हैं. इन चीज़ों के हिसाब से साइट को ऑप्टिमाइज़ करने पर, सभी वेब ब्राउज़र और प्लैटफ़ॉर्म पर उपयोगकर्ताओं के लिए वेब का अनुभव बेहतरीन बन जाता है. साथ ही, मोबाइल के उपयोगकर्ताओं के हिसाब से, साइटों को बेहतर बनाने में मदद मिलती है. हमें भरोसा है कि यह वेब पर कारोबार को बढ़ाने में मदद करेगा, क्योंकि उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव मिलेगा और आपका कॉन्टेंट ऐक्सेस करने में उन्हें कम दिक्कतें आएंगी.
वेबसाइट की परफ़ॉर्मेंस की जानकारी, उपयोगकर्ताओं को ध्यान में रखकर बनाई गई मेट्रिक का सेट है, जिससे उपयोगकर्ता अनुभव पर असर डालने वाले मुख्य आसपेक्ट से जुड़े आंकड़े मिलते हैं. इन मेट्रिक से, वेब की उपयोगिता का आकलन करने में मदद मिलती है. उदाहरण के लिए, पेज पर कॉन्टेंट लोड होने में कितना समय लगता है, पेज इंटरैक्टिव है या नहीं, और कॉन्टेंट लोड होने के बाद कितनी देर तक पेज का लेआउट स्थिर रहता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि पेज का लेआउट बार-बार बदलते रहने पर, आप गलती से किसी बटन पर टैप करने से बच सकें. ऐसे अनुभव बहुत परेशान करते हैं.
हम एक ऐसी रिपोर्ट ला रहे हैं जिसमें वेबसाइट की परफ़ॉर्मेंस की जानकारी और Search पर पेज की परफ़ॉर्मेंस, दोनों की जानकारी शामिल होगी. इसमें साइट कितनी मोबाइल-फ़्रेंडली है, एचटीटीपीएस-सुरक्षा, और पेज पर अचानक दिखने वाले विज्ञापनों के बारे में दिशा-निर्देश शामिल हैं. इस रिपोर्ट का मकसद, वेब पेज की परफ़ॉर्मेंस से जुड़ी पूरी जानकारी देना है. हम पेज की परफ़ॉर्मेंस से जुड़े पहलुओं को पहचानने और उनका आकलन करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. इसलिए, हम साल दर साल, पेज की परफ़ॉर्मेंस बताने वाले अन्य कॉम्पोनेंट को इस रिपोर्ट में शामिल करने पर काम करते रहते हैं. इससे हमें उपयोगकर्ता की ज़रूरतों को समझने और उपयोगकर्ता अनुभव के उन पहलुओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी जिनका हम आकलन कर सकते हैं.
पेज की परफ़ॉर्मेंस से जुड़ी रैंकिंग
अगर पेज की परफ़ॉर्मेंस बेहतरीन है, तो लोग साइट पर ज़्यादा समय बिताते हैं और उससे जुड़े रहते हैं. वहीं दूसरी तरफ़, पेज की परफ़ॉर्मेंस खराब होने पर, हो सकता है कि किसी व्यक्ति को पेज पर ज़रूरी जानकारी पाने के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़े. खोज के नतीजों को रैंक करते समय, Google जिन सैकड़ों पहलुओं को ध्यान में रखता है उनमें पेज की परफ़ॉर्मेंस भी शामिल है. इसके पीछे हमारा मकसद लोगों की मदद करना है, ताकि वे आसानी से जानकारी पा सकें और उन वेब पेजों को ऐक्सेस कर सकें जिन्हें वे खोज रहे हैं. साथ ही, हम साइटों के/की मालिकों की मदद करते हैं, ताकि वे उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव दे सकें.
कुछ डेवलपर यह जानना चाहते हैं कि उनकी साइटों की परफ़ॉर्मेंस कैसी है और वे कौनसी समस्याएं हैं जिन पर काम करने की ज़रूरत है. इसमें उनकी मदद करने के लिए, हमने Lighthouse और PageSpeed Insights जैसे लोकप्रिय डेवलपर टूल अपडेट किए हैं, ताकि वेबसाइट की परफ़ॉर्मेंस से जुड़ी जानकारी और सुझाव दिखाए जा सकें. Google Search Console, साइटों के/की मालिकों की मदद के लिए एक खास रिपोर्ट उपलब्ध कराता है, जिसका इस्तेमाल करके साइट की परफ़ॉर्मेंस को बेहतर बनाया जाता है. इसके अलावा, हम बाहरी टूल डेवलपर के साथ भी काम कर रहे हैं, ताकि वे भी साइटों के/की मालिकों के लिए, 'वेबसाइट की परफ़ॉर्मेंस की जानकारी' जैसी मेट्रिक उपलब्ध करा सकें.
हालांकि, पेज की परफ़ॉर्मेंस से जुड़ा हर कॉम्पोनेंट अहम है, लेकिन Google उन पेजों को बेहतर रैंक देता है जिन पर जानकारी अच्छे तरीके से दी गई होती है. ऐसा तब भी होता है, जब पेज की परफ़ॉर्मेंस उतनी अच्छी न हो. पेज की अच्छी परफ़ॉर्मेंस के लिए ज़रूरी है कि कॉन्टेंट बेहतर और काम का हो. हालांकि, जहां एक जैसे कॉन्टेंट वाले कई पेज हों, वहां Search में दिखने के लिए पेज की परफ़ॉर्मेंस अहम हो जाती है.
पेज की परफ़ॉर्मेंस और मोबाइल पर टॉप स्टोरी की सुविधा
मोबाइल फ़ोन पर दिखने वाली टॉप स्टोरी, Search में जोड़ी गई एक नई सुविधा है. इस सुविधा की मदद से, उपयोगकर्ताओं को कॉन्टेंट देखने का एक खास और नया अनुभव मिलता है. इसमें, खास तौर पर एएमपी वाले नतीजे दिखाए जाते हैं. इन नतीजों को पेज की अच्छी परफ़ॉर्मेंस दिखाने के लिए बेहतर बनाया गया है. पिछले कुछ सालों में, टॉप स्टोरी की सुविधा ने उन तरीकों को अपनाने के लिए बढ़ावा दिया है जिनसे हम पूरे वेब पर पेज की परफ़ॉर्मेंस को बेहतर बना सकते हैं.
पेज की परफ़ॉर्मेंस को रैंक करने की प्रोसेस में हुए अपडेट को रोल आउट करने के बाद, हम टॉप स्टोरी की सुविधा के अनुभव से जुड़ी ज़रूरी शर्तों में भी बदलाव करेंगे. मोबाइल फ़ोन पर दिखने वाली टॉप स्टोरी के लिए, अब एएमपी की ज़रूरत नहीं होगी. अब इसे किसी भी पेज पर देखा जा सकेगा. इस बदलाव के साथ ही, टॉप स्टोरी में पेजों की रैंकिग तय करने के लिए, अन्य पहलुओं के साथ-साथ, पेज की परफ़ॉर्मेंस का भी इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही, टॉप स्टोरी में पेज तभी शामिल किए जाएंगे, जब वे Google News के कॉन्टेंट की नीतियों का पालन करते हों. इस समय एएमपी के तौर पर या एएमपी वर्शन के साथ पेज पब्लिश करने वाले साइटों के/की मालिकों को पेज की परफ़ॉर्मेंस में कोई बदलाव नहीं दिखेगा. पेज का एएमपी वर्शन ही टॉप स्टोरी में दिखाया जाएगा.
खास जानकारी
हमारा मानना है कि वेब पर उपयोगकर्ताओं के अनुभव को जितना बेहतर बनाया जाएगा उतने ही ज़्यादा उपयोगकर्ता इससे जुड़ेंगे. साथ ही, इन नए सिग्नल को Search में शामिल करके, हम वेब को सभी के लिए बेहतर बनाने में मदद कर पाएंगे. हम उम्मीद करते हैं कि पेज की परफ़ॉर्मेंस से जुड़ी मेट्रिक में हुए अपडेट को शेयर करना और मदद करने वाले टूल को समय से पहले लॉन्च करना काफ़ी मददगार साबित होगा. इससे, वेब क्रिएटर्स, डेवलपर, और कारोबारों के अलग-अलग नेटवर्क को बेहतर बनाने और उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव देने में मदद मिलेगी.
कृपया आगे होने वाले अपडेट के बारे में जानकारी पाने के लिए हमसे जुड़े रहें, जिनमें खास तौर पर यह बताया जाएगा कि ये बदलाव कब लागू होंगे. अगर आपका कोई सवाल, सुझाव या शिकायत है, तो हमारे वेबमास्टर फ़ोरम पर जाएं.